हमने अकसर इंटरनेट पर, न्यूज़पेपर में पढ़ा और वीडिओज़ में देखा होगा कि उसने इतने लाख रुपये मुफ़्त में crowdfunding से जुटा लिए, तो आइये समझते हैं कि आख़िर कार क्या है क्राउडफ़ंडिंग और इसके लिए क्या प्रोसीजर फॉलो करना पड़ते है ?
आजकल हिन्दुस्तान में हर तरफ Entrepreneurship की एक वेव चल रही है, हम सब कहीं न कहीं अपना एक बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं लेकिन हम सबका वो एक आईडिया सिर्फ एक वजह से रुक जाता है और वो है Funding.
अगर यहाँ पर बात करें तो हम अपने Business idea के लिए कुछ इन तरीकों से भी फंडिंग जुटा सकते हैं :
- Friends and Family
- Bootstraping
- Business Loan
लेकिन इनसब में हमें कोई न कोई क़ीमत चुकाने पड़ती है अब वो चाहे प्रॉफिट में हिस्सा या फिर कम्पनी में शेयर वरना ऐसे कोई आपको पैसा नहीं देता।
अब अगर आप चाहते हैं कि आपको फण्डिंग भी मिल जाए और extra returns या फिर कम्पनी में शेयर भी न देना पड़े तो यहाँ पर बात आती है Crowdfunding की।
Crowdfunding का concept इंडिया में अभी काफ़ी नया है, क्योकि आजकल हम एक ऐसे era में हैं जहाँ पे लगभग सारी चीज़े ऑटोमेटेड हैं।
क्राउडफंडिंग क्या है और यह कैसे काम करती है? What is Crowdfunding and how does it work?
Crowdfunding का मतलब Oxford Dictionary के हिसाब से:
the practice of funding a project or venture by raising money from a large number of people who each contribute a relatively small amount, typically via the internet.
अगर हम इसे आसान भाषा में समझें तो क्राउडफंडिंग (जिसे क्राउड फाइनेंसिंग या क्राउड सोर्स्ड कैपिटल के रूप में भी जाना जाता है) वह जगह है जहां कई लोग आपके बिज़नेस या आईडिया के लिए छोटी मात्रा में निवेश करते हैं, उधार देते हैं या योगदान करते हैं।
यह पैसा आपके फंडिंग लक्ष्य तक पहुंचने में आपकी मदद करता है। आपके आईडिया पर भरोसा करने वाला प्रत्येक व्यक्ति आमतौर पर बदले में Reward या वित्तीय लाभ प्राप्त करेगा।
क्राउडफंडिंग आमतौर पर एक वेबसाइट के माध्यम से होता है। प्लेटफ़ॉर्म किसी भी ऑनलाइन भुगतान को मैनेज करेगा और अक्सर वीडियो होस्टिंग, सोशल नेटवर्किंग और योगदानकर्ताओं (Contributors) के साथ संपर्क को बनाये रखने जैसी सेवाएं प्रदान कर सकता है।
व्यक्ति, Charities या कंपनियां कोई ख़ास वजह लिए campaign बना सकते हैं और फिर इसमें कोई भी अपना योगदान दे सकता है, और ये सब इंटरनेट के ज़रिये से होता है।
क्राउडफंडिंग के प्रकार - Types of Crowdfunding in Hindi:
चुनने के लिए विभिन्न क्राउडफंडिंग विकल्प हैं। व्यवसायों (Businesses) और निवेशकों (Investors) के लिए प्रत्येक प्रकार के अपने अलग-अलग फ़ायदे हैं। आपको यह ध्यान देना होगा कि आपके बिज़नेस, प्रोजेक्ट या उद्यम के लिए कौन सा आपके लिए सही रहेगा।
1. इनाम क्राउडफंडिंग - Reward Crowdfunding:
रिवॉर्ड क्राउडफंडिंग निवेशकों को गैर-वित्तीय लाभों के बदले में आपके venture में योगदान करने की अनुमति देता है।
इस प्रकार के फंडिंग का उपयोग आमतौर पर Creative Projects के लिए किया जाता है।
जितना अधिक निवेशक आपको फंड दान करेगा, उन्हें उतना ही अधिक इनाम मिलेगा (उदाहरण के लिए किसी ईवेंट के टिकट, मुफ्त उपहार आदि)। व्यवसाय के लिए एक लाभ यह है कि आमतौर पर इनाम देने में अधिक खर्च नहीं होता है।
2. कर्ज़ क्राउडफंडिंग - Debt Crowdfunding:
डेट क्राउडफंडिंग निवेशकों को आपके प्रोजेक्ट में उनके निवेश पर वित्तीय ब्याज देने का मौका प्रदान करता है।
यह वित्त विकल्प आपको बैंक से लोन लेने के मुक़ाबले कम ब्याज पर पैसा प्रदान कर सकता है।
इस मॉडल का फ़ायदा ये है कि किसी कैंपेन के लिए समर्थन हासिल करना आसान होता है, क्योंकि समर्थक वापसी पाने के लिए उत्सुक होते हैं।
अच्छी आमदनी (revenue) के ट्रैक-रिकॉर्ड वाले व्यवसायों के लिए इस प्रकार की क्राउडफंडिंग सबसे अच्छा काम कर सकती है।
3. इक्विटी क्राउडफंडिंग - Equity Crowdfunding:
एक इक्विटी क्राउडफंडर पैसा निवेश करेगा जिसके बदले उसको शेयर, या आपके व्यवसाय, प्रोजेक्ट या वेंचर में एक छोटी सी हिस्सेदारी चाहिए होगी।
इस प्रकार की क्राउडफंडिंग उन कंपनियों के लिए सबसे अच्छा काम कर सकती है जिनमें ग्रोथ की संभावना अधिक हो।
4. दान क्राउडफंडिंग - Donation Crowdfunding:
इस प्रकार के क्राउडफंडिंग को चैरिटी के लिए डिज़ाइन किया गया है, या जो सामाजिक या धर्मार्थ परियोजनाओं के लिए धन जुटाते हैं उनके लिए, एक समुदाय को ऑनलाइन इकट्ठा करने और उन्हें एक प्रोजेक्ट के लिए दान करने में सक्षम बनाने के लिए।
जबकि अधिकांश स्थापित चैरिटी अपनी वेबसाइट के माध्यम से इसका समन्वय करते हैं, क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म छोटे संगठनों और व्यक्तिगत या विशिष्ट धर्मार्थ कारणों के लिए धन जुटाने वाले लोगों के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
भारतीय स्टार्टअप के लिए क्राउडफंडिंग वेबसाइट - Crowdfunding Websites for Indian Startups:
अब जानते हैं कि इंडिया में कौन सी टॉप क्राउडफंडिंग साइट्स हैं जहाँ से हम फंडिंग ले सकते हैं और वो भी बिना किसी चार्जेज़ के, एकदम फ्री में :
1. Kickstarter:
Kickstarter इंडिया में पहली क्राउडफंडिंग साइट है, इस प्लेटफार्म को क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स, फैशन, क्राफ्ट, डांस, फिल्म, गेम्स, म्यूजिक, फोटोग्राफी, टेक्नोलॉजी और कैंपेन इत्यादि के लिए जाना जाता है।इसमें अब तक maximum क्राउड फंडिंग 26 लाख की हुई है।
अगर आप भी अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए क्राउड फंडिंग उठाना चाहते हैं तो आप Kickstarter में register कर सकते हैं, और अपने प्रोजेक्ट्स की डिटेल्स वग़ैरह दाल कर फंड्स raise कर सकते हैं।
2. Milaap:
Milaap ख़ास तौर से Medical Emergencies और Social Causes के लिए online funds उठाने वाली टॉप साइट है।Milaap, NGO's, Social Entrepreneurs और individuals के लिए फंडिंग raise करने वाला Online Platform है।
Milaap rural इंडिया को माइक्रो लोन भी ऑफर करता है, तो अगर आप सोशल या personal cause के लिए फंडिंग उठाना चाहते हैं तो मिलाप की साइट पर रजिस्टर करके और अपने प्रोजेक्ट की डीटेल्स डाल सकते हैं और अपने लिए Funds raise कर सकते हैं।
Milaap एक भरोसे मंद वेबसाइट है।
3. Ketto:
Ketto इंडिया में Medical Emergency or Social Cause के लिए पॉपुलर क्राउड फंडिंग प्लेटफार्म में से एक है।इस प्लेटफार्म पर Healthcare, Education, Animal Welfare, Personal Campaigns, Sports, Children and Women Empowerment से रिलेटेड कैंपेन फ़ीचर किये जाते हैं।
अगर आप कोई ऐसी साइट की तलाश में हैं जहाँ से अपने किसी दोस्त, फैमिली मेम्बर या फिर किसी पड़ोसी की मेडिकल एक्सपेंसेस के लिए क्राउड फंडिंग करना चाहते हैं तो बेशक Ketto पर आपको register करना चाहिए।
Ketto is one of the best crowdfunding sites for medical expenses.
क्राउडफंडिंग के फायदे और नुकसान - Advantages and disadvantages of crowdfunding:
अगर आप क्राउडफंडिंग के माध्यम से अपने बिज़नेस या प्रोजेक्ट के लिए पैसे जुटाने की सोच कर रहे हैं, तो ऐसी कई वजह हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए।
Advantages of crowdfunding - क्राउडफंडिंग के फ़ायदे:
- यह बिना किसी शुल्क/फ़ीस के फंड्स जुटाने का एक तेज़ तरीका है।
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसी प्रोजेक्ट या व्यवसाय को पिच करना मार्केटिंग का एक मूल्यवान रूप हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप मीडिया का ध्यान भी आकर्षित हो सकता है।
- अपने विचार को ऑनलाइन शेयर करने से आप अक्सर प्रतिक्रिया/feedback और एक्सपर्ट्स का मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं कि इसे कैसे सुधारें।
- यह आपके प्रोडक्ट/आईडिया पर जनता की प्रतिक्रिया का परीक्षण करने का एक अच्छा तरीका है - यदि लोग निवेश करने के इच्छुक हैं तो यह एक अच्छा संकेत है कि आपका आईडिया बाजार में अच्छा काम कर सकता है।
- निवेशक/Investors आपकी प्रगति/progress को ट्रैक कर सकते हैं, इससे आपको अपने नेटवर्क के माध्यम से अपने ब्रांड को ग्रो करने में मदद मिल सकती है।
- ऐसे आइडियाज जो पारंपरिक निवेशकों/conventional investors को आकर्षित नहीं कर सकते, उन्हें अक्सर अधिक आसानी से फण्ड किया जा सकता है।
- अगर आपने बैंक लोन या पारंपरिक धन प्राप्त करने के लिए संघर्ष किया है तो यह एक आपके लिए सबसे अच्छा वैकल्पिक वित्त विकल्प साबित होगा।
Disadvantages of crowdfunding - क्राउडफंडिंग के नुकसान:
- यह आवश्यक रूप से फंड जुटाने के पारंपरिक तरीकों की तुलना में एक आसान प्रक्रिया नहीं साबित होगी।
- जब आप अपने मनपसंद चुने हुए प्लेटफॉर्म पर होते हैं, तो आपको प्रोजेक्ट शुरू होने से पहले लोगों में इंटरेस्ट बढ़ाने के लिए काफी काम करने की ज़रूरत पड़ती है - महत्वपूर्ण संसाधनों (पैसा और/या समय) की आवश्यकता हो सकती है।
- इनमें से सबसे ज़रूरी: अगर आप अपने फंडिंग लक्ष्य तक नहीं पहुंचते हैं, तो गिरवी रखी गई कोई भी वित्त आमतौर पर आपके निवेशकों को वापस कर दी जाएगी और आपको कुछ भी प्राप्त नहीं होगा।
- असफल/failed प्रोजेक्ट्स आपके बिज़नेस की प्रतिष्ठा/reputation और जिन लोगों ने आपको पैसे गिरवी रखे हैं दोनों को नुकसान पहुंचाती हैं।
- अगर आपने अपने बिज़नेस आईडिया को पेटेंट या कॉपीराइट के साथ सुरक्षित नहीं किया है, तो कोई भी व्यक्ति इसे क्राउडफंडिंग साइट पर देख सकता है और आपके आईडिया को चुरा भी सकता है।
FAQ's:
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- Q. क्राउड फंडिंग साइट्स पूरी तरह फ्री होती हैं या फिर कोई hidden charges भी होते हैं ?
- Ans: अलग -अलग प्लेटफार्मों में उनकी सेवाओं की कीमत के लिए अलग-अलग संरचनाएं हैं। इनमें अरेंजमेंट फीस, एडमिनिस्ट्रेशन फीस, लीगल फीस, सक्सेस फीस, ट्रांसेक्शन फीस , कमीशन शुल्क आदि शामिल हो सकते हैं।
- Q. क्या हर तरह के प्रोजेक्ट्स क्राउड फंडिंग साइट्स से फंड किये जा सकते हैं ?
- Ans: नहीं, व्यक्तिगत, बिज़नेस और संस्थागत इन्वेस्टर्स सभी एक प्रोजेक्ट के लिए पैसा गिरवी रख सकते हैं, लेकिन कुछ प्लेटफॉर्म एक विशिष्ट प्रकार के इन्वेस्टमेंट के साथ रहते हैं।
- Q. क्राउडफंडिंग वेबसाइट पर रजिस्टर करने के बाद क्या करें ?
- Ans: 1. अपनी स्टोरी शेयर करें, अपने funders को बताएं कि आपका प्रोडक्ट या बिज़नेस आईडिया उन्हें कैसे लाभ पहुंचा सकता है।2. लोग आपके प्रोजेक्ट का तभी समर्थन करेंगे जब उन्हें लगेगा कि यह फ़ायदेमंद है, आपके इन्वेस्टर्स के लिए ये एक फायदे का सौदा साबित हो तभी ये अच्छा होता है।3. अपने campaign का प्रचार करें, संदेश फैलाने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग करें और अपने campaign के लिए कवरेज प्राप्त करने के लिए मीडिया और ब्लॉगर्स तक पहुंचें।
- Q. क्या होगा अगर हम अपने Funding Goal तक न पहुँच पायें ?
- Ans: अगर आप Kickstarter पर अपना campaign शुरू कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि इसमें एक पूर्ण या कुछ भी नहीं (all-or-nothing) फंडिंग मॉडल है। अगर आप अपने फंडिंग लक्ष्य को पूरा करते हैं या उससे अधिक करते हैं, तो आपको पैसा रखने को मिलता है। नहीं तो आपको कुछ भी नहीं मिलेगा।
- Q. क्या मैं एक से अधिक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म पर एक साथ campaign चला सकता हूं?
- Ans: वैसे ज़्यादातर वेबसाइटें आपको एक समय में एक से अधिक फंडिंग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने से नहीं रोकती हैं, लेकिन कई साइटों पर एक साथ पोस्ट करने से आपके campaign को नुकसान पहुंच सकता है। सबसे बड़ी परेशानी गति का धीमा होना, क्योंकि इन्वेस्टर्स आपको अपने Funding Goal के करीब आते देखना चाहेंगे। तो अगर कोई प्रोजेक्ट एक से अधिक वेबसाइट पर पोस्ट किया जाता है, तो campaign की गति कम हो जाती है क्योंकि इन्वेस्टर्स कई प्लेटफार्मों में बँट जाते हैं। और, अगर आप पूर्ण या कुछ भी नहीं (all-or-nothing) क्राउडफंडिंग वेबसाइट पर हैं, तो आपके पास अपने लक्ष्य तक न पहुंचने के chances ज़्यादा हैं और जिसकी वजह से आप अपने कैंपेन के द्वारा इकट्ठे करे सारे पैसे खो सकते हैं।
I'm in debt... Pls help help me 🙏🙏
ReplyDeleteHello, What I believe is, you need to focus on repaying the loan, for that you should reduce your expenses and work harder day and night, start doing this from today itself.
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